Naya Kavyashastra / नया काव्यशास्त्र
					
					
					Author
						: Bhagirath Mishra
						Language
						: Hindi
						Book Type
						: Reference Book
						Category
						: Sanskrit Literature
						
						Publication Year
						: 1993
						ISBN
						: 8171241069
						Binding Type
						: Hard Bound
						Bibliography
						: xii + 178 Pages, Size : Demy i.e. 22 x 14 Cm.
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						कविता, साहित्य और कला के क्षेत्र में रचना और सर्जना के नित्य नये रूपों का विकास हो रहा है। इनके नये-नये रूप काव्यशास्त्र के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं। नया कवि पुरानी मान्यताओं की कसौटी पर अपनी रचना का मूल्यांकन नहींं करना चाहता। इसका औचित्य भी है, क्योंकि ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र का अतिशय एवं विराट् विस्तार हो जाने से बहुत सी पुरानी मान्यतायें आज की रचना पर लागू नहीं होतीं अत: उनका विकास, विस्तार या नया रूप लाने की आवश्यकता है। छन्द, अलंकार, रस आदि की पुरानी धारणायें अब सीमित और संकीर्ण जान पड़ती हैं, हमें काव्य को अन्य ज्ञान-शाखाओं के परिप्रेक्ष्य में देखने की आवश्यकता है। उनसे रचनात्मक कृतियों के अन्तर को स्पष्ट करना अपेक्षित है और साहित्य और काव्य के रूप में जो रचनायें आज आ रही है, उस सामग्री को भी समेटना और उस पर विमर्श करना है। कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि नये काव्यशास्त्र और कलाशास्त्र की आवश्यकता है। इसी भावना से प्रेरित होकर लेखक ने प्रस्तुत ग्रन्थ में कुछ नये विचार और नयी स्थापनायें प्रस्तुत की हैं। कुछ पर?परागत मान्यताओं को भी नये परिप्रेक्ष्य में नये ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयत्न किया है। काव्यशास्त्रीय चिन्तन को नयी दिशा प्रदान करने में यह ग्रन्थ निश्चय ही सहायक सिद्ध होगा।