Brahmarishi Shri Devraha Baba : Ek Antaryatra / ब्रह्मर्षि श्री देवराहा बाबा : एक अंतर्यात्रा
Author
: Lallan Prasad Sinha
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Bio/Auto-Biographies - Spiritual Personalities
Publication Year
: 1st, 2012
ISBN
: 9789384633011
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: x + 270 Pages, Size : Demy i.e. 22 x 15 Cm.

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ब्रह्मर्षि श्री देवराहा बाबा : एक अंतर्यात्रा
'आज इन बातों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण बाबा के आदर्शों, जीवन-दर्शन, चिंतन, बचनों और कर्मों का आकलन है, क्योंकि इनसे सम्बद्ध जिज्ञासाओं का शमन लोक कल्याणार्थ आवश्यक है। किसी भी साधक के बहिरंग के सर्वेक्षण की अपेक्षा उसके अतरंग की अनभिज्ञयता उपादेय होती है, अत: यह पुस्तक यदि बाबा के जीवनवृत्तांत की टूटी-फूटी कड़ियों को जोड़ने में कृत्तकार्य नहीं हुई है तो इस विफलता से मैं व्यग्र नहीं हूँ।' 'मुझे सीमाओं के भीतर अपने अन्वेषण को व्यवस्थित करना पड़ा है, किन्तु भूलों के भय से मैं भागा नहीं। मनोविज्ञान के 'प्रयत्न और भूल' के सिद्धान्त ने मेरे मनोबल को बनाये रखा। मुझे केवल इसी बात का संतोष है कि मैंने यथामति बाबा को समझने का प्रयास किया है।' 'संत और सुंदरियों का पौराणिक काल से साथ रहा है।' 'जनमत है कि संत और आश्रम प्राचीन काल से ही आरोपों के घेरे में रहे हैं। यदि शकुन्तला और भरत की कथा केवल महाकवि कालिदास की कल्पना नहीं है तो उन ऋषि कण्व पर भी उँगलियाँ उठ सकती हैं जिनके आश्रम की व्यवस्था का यह हाल था कि वहाँ एक राजा अतिथि बनकर रहने आया और उनका पोषिता पुत्री को गर्भवती बना गया— इसी पुस्तक से