Mahakavi Bhas : Vyaktitva Evam Krititva / महाकवि भास : व्यक्तित्व एवं कृतित्व
Author
: Rajendra Prasad Singh
Language
: Hindi + Sanskrit
Book Type
: Reference Book
Category
: Sanskrit Literature
Publication Year
: 2019 - 1st Edition
ISBN
: 9789387643161
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: 36 + 340 = 376 Pages; Size : 21.5 x 14.5 Cm

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महाकवि भास संस्कृत नाट्य साहित्य के प्राचीनतम नाटककार हैं। प्रयोग एवं उपलब्धियों की दृष्टि से ये एक सिद्ध सारस्वत कवि प्रतिभायुत कलाकार एवं यशस्वी नाटककार के रूप में अमर हैं। ये संस्कृत नाट्य-परम्परा के कदाचित आदि नाटककार हैं, जिनके नाट्य-प्रयोगों एवं उपलब्धियों का भाव-प्रभाव कालिदास से ले कर भवभूति तक की विशाल नाट्य-परम्परा को अनुप्रमाणित करता है। सच ही किसी ने इन्हें नाट्य-साहित्य का 'वाल्मीकि' कहा है।
महाकवि भास कई दृष्टियों से महार्घ एवं महनीय हैं। एक ओर नाट्य-परम्परा के उस धूमिल अतीत में इन्होंने विभिन्न नाटकीय प्रयोगों एवं शैलियों को जन्म देकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया, तो दूसरी ओर इन्होंने आगे आनेवाली पीढियों को अपने साहित्यिक मूल्यों एवं उपलब्धियों से अनुप्रमाणित किया है।