Satat Shiksha Ka Samudayik Swarup / सतत शिक्षा का सामुदायिक स्वरूप
Author
: Yagendra Narayan Mishra
  Meera Verma
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Education & Psychology
Publication Year
: 1990
ISBN
: 8171240445
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: viii + 144 Pages, Size : Demy i.e. 21.5 x 13.5 Cm.

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प्रौढ़ शिक्षा, सतत् शिक्षा तथा सामुदायिक शिक्षा में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में कार्यरत लोगों के लिए यह पुस्तक परम उपयोगी है, क्योंकि उनके मार्ग में उठनेवाली शंकाओंं का अनुभवी तथा विद्वान लेखक ने पूर्णरूप से निराकरण करने का प्रयास किया है। इस प्रकार की शिक्षा के क्षेत्र में लेखक द्वारा किये गये कुछ प्रयोगों का सांगोपांग दिग्दर्शन इस पुस्तक के माध्यम से किया जा सकता है। प्रौढ़ शिक्षा और सतत शिक्षा के महत्वपूर्ण विषय को अत्यन्त सरस और सुबोध बनाने का प्रयत्न किया गया है। पुस्तक द्वारा ग्रामीण और पिछड़े समाज के लोगों के विकास के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा नये शिक्षा-प्रयोग किये गये हैं, उनकी यथावत जानकारी एक जगह मिल जाती है। प्रौढ़ शिक्षा और सतत शिक्षा के प्राध्यापकों के लिए पुस्तक उपादेय है। साथ ही स्नातकोत्तर छात्र, विशेषत: शिक्षाशास्त्र, गृहविज्ञान, समाजविज्ञान, कृषि आदि विषयोंं के छात्र भी लाभ उठा सकते हैं।