Bharatiya Tatha Pashchatya Kavyashastra / भारतीय तथा पाश्चात्य काव्यशास्त्र
Author
: Archana Srivastava
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Hindi Literary Criticism / History / Essays
Publication Year
: 2021, 7th Edition
ISBN
: 9789351461012
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: viii + 256 Pages, Size : Demy i.e. 21 x 13 Cm.

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भारतीय तथा पाश्चात्य काव्यशास्त्र
काव्यशास्त्र का पंथ भी प्रेम-पंथ से कम 'कराल' नहीं है जिस पर धावन करना सरल हो, वह भी जिसने साहित्य के पहले सोपान पर कदम रखा हो। मंजिल तो आखिर पहले सोपान से ही शुरू होती है बस यही सोचकर बेहिचक पाँव रख दिये। काव्यशास्त्र, आचार्यों, काव्यमर्मज्ञों द्वारा बार-बार विश्लेषित किया गया। नये-पुराने प्रतिमानों के बीच काव्यशास्त्र के रूप को सजाया, सँवारा और निखारा जाता रहा। भारतीय काव्यशास्त्र के निश्चित मानदण्डों ने जहाँ उसे वैचारिक ठोस जमीन दी वहीं पाश्चात्य काव्यशास्त्र, पाश्चात्य जीवनमूल्यों की तरह ही उलझकर रह गया है। मैंने अपनी अल्प बुद्धि द्वारा प्रयास किया है कि भारतीय काव्यशास्त्र के व्यापक प्रतिमानों, काव्यमूल्यों को आपके समझ संक्षिप्त और सूत्रबद्ध करके रखा जाये। विषय-सूची भारतीय काव्यशास्त्र : भारतीय काव्यशास्त्र की भूमिका, काव्य का स्वरूप, काव्य का प्रयोजन, काव्य का हेतु, रस : स्वरूप, अवयव तथा भेद, अलंकार का स्वरूप तथा प्रमुख अलंकार, काव्यगुण, काव्यदोष, शब्द-शक्तियाँ।