Jagat Tapowan So Kiyo (Lalit Nibandh) / जगत तपोवन सो कियो (ललित निबन्ध)
Author
: Viveki Rai
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Hindi Literary Criticism / History / Essays
Publication Year
: 1998
ISBN
: 8171241441
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: viii + 124 Pages, Size : Demy i.e. 22.5 x 14 Cm.

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किसान चेतना के रचनाकार विवेकी राय के इन निबन्धों में गाँव की वह विरल गंध है जिसकी पहचान अब क्रमश: दुर्लभ होती जा रही है। अपने कथ्य को व्यंजित करने के लिए इन निबन्धों में पात्रों और स्थितियों को इस ढंग से प्रस्तुत किया गया है कि उनकी उपस्थिति मात्र से आधुनिक सभ्यता का सारा खोखलापन नग्न रूप में मूर्त हो उठता है। उनके पात्र शासन तंत्र और व्यवस्था के सारे दावों और घोषणाओं के सामने प्रश्न बनकर खड़े हो जाते हैं। इन निबन्धों में विवेकी राय का सर्जनशील व्यक्तित्व ठीक उसी तरह अंकुरित, विकसित और पुष्टï हुआ है जिस तरह धरती के भीतर से बीजांकुर उभरता, बढ़ता और विकसित होता है। उनमें अपरिमेय जिजीविषा है। वे सच्चे अर्थों में धरती पुत्र हैं। यह कृति अपनी अकृत्रिम सौन्दर्य चेतना का परिचय प्रस्तुत करती है।