Nayi Kavita Me Yugabodh / नयी कविता में युगबोध
Author
: Prasiddha Narayan Choubey
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Hindi Literary Criticism / History / Essays
Publication Year
: 2006
ISBN
: 8171244807
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: xiv + 110 Pages, Append., Size : Demy i.e. 22 x 14.5 Cm.

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'नयी कविताÓ शून्य भित्ति पर उत्कीर्ण कला-कृति नहीं है। वह समय की सृष्टि है। उसके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं को भुलाकर केवल उसकी वैयक्तिकता एवं शिल्प विधिगत नवीनता को रेखांकित करना खण्डित प्रत्यक्षीकरण है। समीक्षा की समग्रता के लिए 'नयी कविताÓ को युगीन परिप्रेक्ष्य से जोडऩा अत्यावश्यक है। 'नयी कविताÓ तत्कालीन राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों के प्रति पूर्णत: सजग एवं संवेदनशील थी। उसने आत्मचिन्ता में पड़कर अपने परिवेश की कथमपि उपेक्षा नहीं की थी। वह जनजीवन की ओर पर्याप्त ध्यान दे रही थी। सामयिक घटनाओं और परिस्थितियों को काव्यगत विषयों के रूप में ढालकर नये कवियों ने अपने युगबोध की संश्लिष्टता का प्रमाण दिया था। साम्प्रतिक जीवन पर उनकी उस पकड़ के कारण 'नयी कविताÓ का भावलोक ऐकान्तिक नहीं, बहुआयामी हो गया था।