Saundarya Bodh Aur Hindi Navgeet / सौन्दर्यबोध और हिन्दी नवगीत
Author
: Madhvendra Prasad Pandey
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Hindi Literary Criticism / History / Essays
Publication Year
: 2001
ISBN
: 8171242804
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: viii + 188 Pages, Biblio., Size : Demy i.e. 22.5 x 14 Cm.

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किसी साहित्य के सौन्दर्यबोध के आरेखन का तात्पर्य होता है, उस साहित्य के सामाजिक दायित्व एवं सांस्कृतिक बोध की पड़ताल। ऐसे समय में, जब 'अर्थ के लय' की गलतफहमी उत्पन्न कर कविता को नारेबाजी के रुप में प्रस्तुत किया जा रहा था तथा गद्यात्मक सपाटबाजी को अभिव्यक्ति की सहजता से जोड़कर देखा जा रहा था, नवगीत ग्राम्य-चेतना की मिठास के साथ नगरीय जीवन के विसंगत यथार्थों एवं मखौल बन रही आदमीयत को स्वर देने की कोशिश कर रहा था। इस तरह लय की सुरक्षा के साथ आधुनिक जीवन की विषमताओं को आत्मसात् करता हुआ नवगीत कविता के नव-सौन्दर्य का साक्षी बना। 'सौन्दर्यबोध और हिन्दी नवगीत' के माध्यम से नवगीत को साहित्य से खारिज कर देने की साजिश को नकारते हुए नवगीत के विविध पक्षों को विस्तार से उभारने की कोशिश की गयी है जिससे हिन्दी कविता का व्यापक फलक स्पष्टï हो सके। विषय-सूची- भूमिका, १. सौन्दर्य एवं सौन्दर्यशास्त्र : परिचयात्मक इतिवृत्त, २. सौन्दर्य : विविध अवधारणाएँ, ३. हिन्दी साहित्य का विकासात्मक सौन्दर्यबोध, ४. हिन्दी नवगीत, ५. हिन्दी नवगीत का विकास, ६. नवगीत की मानवरूपात्मक सौन्दर्यानुभूति, ७. नवगीत का प्रकृति-सौन्दर्य, ८. संस्कृति और सौन्दर्यबोध, ९. नवगीत का भाव-सौन्दर्य, १०. नवगीत का विचार-सौन्दर्य, ११. नवगीत का शिल्प-सौन्दर्य।