Raghuvansh Mahakavyam (Canto-II) (Mahakavi Kalidas Virchitam) / रघुवंश महाकाव्यम् (द्वितीय: सर्ग:) (महाकवि कादिास विरचितं)
Author
: Devvershi Sanadhya
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Sanskrit Literature
Publication Year
: 1970
ISBN
: 9VPRMP
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: ii + 76 Pages, Size : Crown i.e. 18 x 12.5 Cm.

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रघुवंश — कालिदास का एक विरुद है 'रघुकारÓ। यह इस बात का संकेत है कि यह कालिदास की प्रौढ़तम कृति है और संभवत: अन्तिम। कवि की प्रौढ़ता इसमें प्राप्त है। इसके उन्नीस सर्गों में सूर्यवंशी इक्ष्वाकु-नरेश के वंश में उत्पन्न हुए राजा दिलीप से लेकर राजा अग्निवर्ण तक इस वंश का वर्णन इस काव्य का आधार है; और इस दृष्टि से भी यह सचमुच महाकाव्य है।