Bhudkuda Ki Sant Parampara / भुड़कुड़ा की सन्त परम्परा
Author
: Indra Deo Singh
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Bio/Auto-Biographies - Spiritual Personalities
Publication Year
: 2004
ISBN
: 8171240194
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: xii + 288 Pages, 8 Plates, Biblio., Size : Demy i.e. 22.5 x 14 Cm.

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मध्य गंगाघाटी, गाजीपुर जनपद के भुड़कुड़ा ग्राम में महान् सन्तों की एक परम्परा स्थापित हुई जिसमें बूला, केशव, गुलाल, भीखा, पलटू साहब प्रमुख हैं। इन सन्तों ने निर्गुण साधना-पद्धति के क्षेत्र में एक स्वतंत्र परम्परा को जन्म दिया है जो औपनिषदिक ज्ञान पर आधृत है और जिस पर नामदेव, कबीर, नानक, मलूक, रविदास, मीरा तथा बाद में तुलसीदास जैसे सगुणोपासक सन्तों का भी प्रभाव पड़ा है। भुड़कुड़ा के सन्तों ने अपने प्रभाव-क्षेत्र में आने वाले अंचल विशेष के भौगोलिक, ऐतिहासिक, धाॢमक, सामाजिक तथा राजनैतिक परिवेश को जाना-परखा है और इसीलिए अपनी बानियों में जो कहा है, लिखा है वह उनके शिष्यों एवं प्रभावित जनमानस के लिए ग्राह्यï और प्रेरणादायी है। उनकी वाणियों में स्थानीय प्रतीक एवं बि?ब है, इसीलिए शिष्य-जन को उनके भीतर अपना ही दर्शन होता है। ग्राम्य-परिवेश में अवस्थित भुड़कुड़ा के सन्तों, इनसे सम्बद्ध गद्दियाँ तथा साधना-स्थलियाँ आज भी लोक-मानस की प्रेरणा-स्थलियाँ हैं। सन्त-साहित्य की शृंखला में भुड़कुड़ा की सन्त परम् परा एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है। सन्त-साहित्य के अध्येताओं को इस शोध-ग्रन्थ में निश्चय ही महत्त्वपूर्ण सामग्री प्राप्त होगी, ऐसा विश्वास है।