Pragatisheel Kavyadhara Aur Trilochan / प्रगतिशील काव्यधारा और त्रिलोचन
Author
: Hariniwas Pandey
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Hindi Literary Criticism / History / Essays
Publication Year
: 2000
ISBN
: 8171242588
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: viii + 152 Pages, Biblio., Size : Demy i.e. 22 x 14.5 Cm.

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आधुनिक हिन्दी कविता की कोई भी चर्चा त्रिलोचन के बिना अधूरी रहेगी। उनके काव्य में 'प्रयोग धर्मिता के साथ-साथ 'खॉटीपन' का जो सम्मिश्रण मिलता है, वह उन्हें एक 'विशिष्टïता' प्रदान करता है। त्रिलोचन पर लेख और पत्रिकाओं के विशेषांक तो निकले हैं लेकिन समग्र रूप से उनके काव्य का मूल्यांकन सम्भवत: पहली बार प्रस्तुत ग्रन्थ में हुआ है। लेखक ने गहराई में उतरकर त्रिलोचन की रचना प्रक्रिया के साथ-साथ उनके काव्य की मूल भावधारा की पड़ताल की है।