Amar Shaheed Ganesh Shankar Vidyarthi / अमर शहीद गणेशशंकर विद्यार्थी
Author
: Purushottam Das Modi
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Bio/Auto-Biographies/Patriotic Literature
Publication Year
: 2011
ISBN
: 9788189498498
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: xii + 316Pages; 16 Plate; Size : Demy i.e. 22.5 x

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गणेशशंकर विद्यार्थी का दर्शन करने का सौभाग्य मुझे नहीं मिला। मेरे जन्म से तीन वर्ष बाद ही वे शहीद हो गये। वे साम्प्रदायिकता की बलिवेदी पर 25-3-1931 को शहीद हुए। मुझे उनके दो समकालीन महापुरुषों के सान्निध्य से गणेशशंकर विद्यार्थी के जीवन और कृतित्व का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इनमें से एक हैं श्री दशरथप्रसाद द्विवेदी जो गोरखपुर में मेरे निवास के सामने रहते थे। गणेशशंकरजी से आयु में वे एक वर्ष छोटे थे। दशरथजी थानेदारी के प्रशिक्षण हेतु मुरादाबाद जा रहे थे कि लखनऊ में उन्होंने गणेशशंकरजी का ओजस्वी भाषण सुना और उनकी वक्तृता से प्रभावित होकर गणेशशंकरजी की शरण में चले गये और वहाँ 'प्रताप' के सहायक सम्पादक बने। दूसरे महापुरुष जिनसे मुझे गणेशशंकरजी के सम्बन्ध में और गहरी जानकारी मिली वह थे एक भारतीय आत्मा पं० माखनलाल चतुर्वेदी। माखनलालजी का गणेशशंकरजी से बहुत गहरा सम्बन्ध था। पं० माखनलालजी, गणेशशंकरजी के परिवार के एक सदस्य हो गये थे। अपनी लम्बी बीमारी के दिनों में पं० माखनलालजी कई वर्षों तक कानपुर में गणेशशंकरजी के यहाँ रहे। विद्यार्थीजी ने अपनी 41 वर्ष की अल्पायु में पाँच बार जेल-यात्रा की और 25 मार्च 1931 को साम्प्रदायिक दंगा, जो अंग्रेजों द्वारा आयोजित था, उसमें शहीद हो गये। उस समय के पुलिस हवलदार सोहराब खाँ ने सारी दास्तान बताई है।