Ganga Ghati Ke Geet / गंगा घाटी के गीत
Author
: Hira Lal Tiwari
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Benares / Kashi / Varanasi / Ganga
Publication Year
: 2023, 2nd Edition
ISBN
: 9789394914025
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: 392 Pages, Size Demy i.e. 14 x 22 Cm.

MRP ₹ 500

Discount 20%

Offer Price ₹ 400

गंगा घाटी के गीत
डा. हीरालाल तिवारी

इधर आंचलि· बोलियों के उत्थान के लिए उन बोलियों के संवर्धनाकांक्षी साहित्यकारों के प्रयास से लोगों का ध्यान लोकगीतों की ओर विशेष रूप से आकृष्ट हुआ है। पहले पहल ग्रियर्सन आदि कतिपय विदेशी विद्वान् इनके उद्धार के लिए यत्नवान् हुए थे किन्तु अनेक कारणों से उनका कार्य अधूरा ही रह गया था। हिंदी के साहित्यकारों में सर्वप्रथम पं० रामनरेश त्रिपाठी हिंदी लोकगीतों के उद्धार के लिए उद्यत हुए थे और उन्होंने अथ· परिश्रम और लगन से इनका संग्रह कविता-कौमुदी के पंचम भाग में प्रकाशित कराया। भोजपुरी और काशिका के अध्येता कतिपय विद्वानों ने भी इस ओर थोड़ा-बहुत ध्यान दिया था।
गंगाघाटी अर्थात् उत्तर में सरयू नदी और दक्षिण में सोन नदी के बीच के भू-भाग में लोक-सामान्य के बीच प्रचलित लोकगीतों पर सर्वांगीण अध्ययन प्रस्तुत करने का महत्प्रयास डॉ० हीरालाल तिवारी ने अपने इस शोध-प्रबन्ध में पहले पहले किया है। लोकगीतों का रूपगत अध्ययन करने के पश्चात् उनका वर्गीकरण करते हुए उनके सामाजिक,  सांस्कृति·, धार्मिक रूप को उजागर किया गया है। उनके रूप-विधान, गठन और सांगीतिक स्वरूपों का निर्धारण किया गया है। उनकी भाषा, अभिव्यंजना शैली का अध्ययन पूर्ण करने के पश्चात् विविध रूपात्मक लोकगीतों का एक अच्छा संकलन भी प्रस्तुत ग्रन्थ में है।
लोकगीतों के क्षेत्रीय सर्वेक्षण के आधार पर जो प्रामाणिक रूप इस ग्रन्थ में दिया गया है वह हिन्दी अनुसंधान के लिए स्पर्धा की वस्तु है। इस ग्रन्थ में लोकगीतों का विज्ञान और ज्ञान एकत्र प्रस्तुत है।