Vedchayanam / वेेदचयनम्
Author
: Vishwambharnath Tripathi
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Vedic Literature
Publication Year
: 2019
ISBN
: 9788171242191
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: viii + 384 Pages, Size : Crown i.e. 17 x 12 Cm.

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प्रस्तुत चयन में इन्द्र, विष्णु, विश्वेदेव, हिरण्यगर्भ, वाक्पुरुष, शिवसङ्कïल्प, इन्द्र एवं पृथिवी आदि 10 सूक्त हैं। पहले छ: ऋग्वेद से, पुरुष एवं शिवसङ्कल्प यजुर्वेद से, अग्निसूक्त तथा इन्द्रसूक्त ऋग्वेद से एवं पृथिवीसूक्त अथर्ववेद से संगृहीत हैं। इन्द्र एवं विष्णु में ओज तथा गति को साकार रूप प्रदान किया गया है, विश्वेदेव एवं हिरण्यगर्भ में समग्र दृष्टिï है, वाक् में वाणी की संयोजन-शक्ति का विवरण है, पुरुष में यज्ञ के अर्थ का विस्तार और इस विश्व को यज्ञ में तालबद्ध देखने का प्रयत्न है, शिवसङ्कल्प में मङ्गïल-भावना का उदात्तीकरण है। इस प्रकार क्रमश: ओजस्वी नृम्ण (नरत्व) से उरुगाय, मधु-उत्स एवं त्रिविक्रम देवत्व तक, देवत्व से विश्वदेवत्व, विश्वदेवत्व से देवदेवत्व, देवदेवत्व से शक्ति, शक्ति से शक्ति को धारण करने वाले ऋत और ऋत से मङ्गल तक उत्तरोत्तर उत्कर्ष कराने में यह चयन कृतकार्य है। इसकी व्याख्या में सत्य के साहस के साथ-साथ परम्परा के प्रति प्रणिपात है, विशदता के साथ-साथ अन्विति है और बौद्धिक प्रखरता के साथ-साथ वाग्वैदग्ध्य है। विषय-अनुक्रम : प्रथम खण्ड—1. अग्निसूक्त, 2. इन्द्रसूक्त, 3. विश्वेदेवासूक्त, 4. विष्णुसूक्त, 5. इन्द्रसूक्त, 6. प्रजापतिसूक्त (हिरण्यगर्भसूक्त), 7. वाक्सूक्त, 8. पुरुषसूक्त (ऋग्वेद), 9. पुरुषसूक्त (माध्यन्दिन संहिता), 10. शिवसङ्कïल्पसूक्त (मा.सं.), 11. पृथिवीसूक्त (अथर्ववेद संहिता), द्वितीय खण्ड—12. उष:सूक्त, 13. अक्षसूक्त, परिशेष, मन्त्रानुक्रम, वैदिक राष्ट्रगीतम्।