Bharatiya Samajik Evam Arthik Chintan / भारतीय सामाजिक एवं आर्थिक चिन्तन
Author
: Krishna Kumar Somani
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Economics/Finance/Commerce/Management
Publication Year
: 2002
ISBN
: 8171243126
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: xx + 240 Pages, Size : Demy i.e. 21.5 x 14 Cm.

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(अर्थशास्त्र, राजनीति, सामाजिक जीवन तथा अन्य संदर्भों में भारतीय परंपरा और आधुनिक प्रासंगिकता) आज का भारतीय समाज पश्चिम और भारत की संस्कृतियों का अपमिश्रण है। इसे और ठीक तरीके से कहें तो आधुनिक अनाजों की भाँति यह वर्णसंकर बनकर रह गया है। हम पश्चिम का अंधानुकरण करने के एकदिश मार्ग पर चल पड़े हैं और यह मानसिक गुलामी हमारी सभी प्रकार की व्यवस्थाओं में स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है। भगवद्गीता में कहा गया है कि इस प्रकार की वर्णसंकर या दोगली नस्ल अपनी समस्त पारिवारिक और सामुदायिक संस्कृति को नष्ट-भ्रष्ट कर देती है। परिणामस्वरूप पीढ़ी दर पीढ़ी को नारकीय वातावरण में घुटना पड़ता है।