Mritatmaon Se Sampark / मृतात्माओं से सम्पर्क (भूत प्रेत और मृत आत्माओं से सम्बन्धित सत्यकथाओं का रोचक रोमांचक संग्रह)
Author
: Arun Kumar Sharma
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Arun Kumar Sharma on Yog-Tantra-Sadhana
Publication Year
: 2020
ISBN
: 9788171242290
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: viii + 220 Pages, Size : Demy i.e. 22 x 14 Cm.

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मृतात्माओं से सम्पर्क
कथा-सार—चिंता में जलने वाली लाश को अधजली और बदरंग खोपड़ी को श्मशान के डोम चौधरी ने लातों से ढ़केल कर गंगा के गन्दे पानी में फेंक दिया। उसी समय पास के पीपल की डाल पर अँधेरे में छिपकर बैठा कोई मांसखोर पक्षी एकबारगी चींख उठा, और फिर......। — मृत्यु से पुनर्जन्म की ओर चमेली बाई की दगाबाजी से कमाल साहब ऐसे टूटे कि चल ही बसे लेकिन उनकी रूह भटक रही थी। वर्षों बाद उसने उषा को देखते ही पहचान लिया—वह पूर्वजन्म की चमेली बाई ही थी। कमाल साहब की रूह बदला लेने के लिए तड़प उठीं और ...........। —जिन्नात का प्रतिशोध जमींदार विपिन राय चौधरी ने चम्पा के तन पर बरबस अधिकार कर लिया था, पर उसका मन नहीं मिल सका। रूपवती चम्पा के हृदय में तो वृद्ध विपिन राय चौधरी के वजाय कोई और ही बैठा हुआ था। कौन था वह.......। —मैं प्रेतयोनि से मुक्ति चाहती हूँ अद्भुत भविष्य वक्ता थे स्मृतिरत्न-महाशय। उन्होंने अपने बेटे की मृत्यु की भविष्यवाणी तीन महीने पहले ही कर दी थी, फिर उसी के विछोह में साल भर के भीतर ही वह स्वयं, पत्नी पुत्रवधू सब मर गये। लेकिन उसके आठ वर्ष बाद वह मुझसे बातें कैसे कर रहे थे? —ज्योतिष का अभिशाप एक रात सपने में चारू बाबू को भट्टाचार्य दिखलायी पड़े। उन्होंने चारू बाबू को बतलाया कि उनकी अभिलाषा पूरी हो चुकी है, लेकिन उनकी भैरवी अभी भी श्मशान में भटक रही है। कालीघाट में 12 कुमारी कन्याओं को भोजन कराने से उसे प्रेत मुक्ति मिलेगी और फिर श्यामला की आत्मा उनकी सन्तान के रूप में जन्म लेगी। — एक तांत्रिक की भटकती आत्मा।