Guptayugin Kendriya Prashasan / गुप्तयुगीन केन्द्रीय प्रशासन
					
					 
					Author
						: Seem Mishra
						Language
						: Hindi
						Book Type
						: Reference Book
						Category
						: History, Art & Culture
						
						Publication Year
						: 2005
						ISBN
						: 8171244440
						Binding Type
						: Hard Bound
						Bibliography
						: xii + 220 Pagse, Bibilo, Size : Demy  i.e. 22.5 x 14.5 Cm.
						MRP ₹ 280
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						मौर्य युग के पश्चात् भारतीय इतिहास में नवनिर्माण एवं नवोत्कर्ष के प्रतीक जिस महान् युग की प्रतिष्ठïापना हुई उसे गुप्तयुग के नाम से जाना जाता है। यह युग अपनी राजनीतिक, सम्प्रभुता, सर्वोच्च सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक सम्पन्नता, आर्थिक क्षेत्र में स्वायत्तता तथा विकेन्द्रीभूत क्षमताओं के चतुर्दिक प्रस्फुटन के लिये भारतीय इतिहास में 'स्वर्णयुग' के नाम से विख्यात है।
गुप्त युग के यशस्वी सम्राटों के नेतृत्व में गुप्त साम्राज्य की स्थापना उस समय हुई, जब मौर्य जैसे शक्तिशाली एवं सुदृढ़ साम्राज्य के पतन के पश्चात् तत्कालीन भारत में अशांति एवं अंधकार का युग प्रारम्भ हो चुका था, तथा देश में अनेक देशी एवं विदेशी राजसत्तायें स्थापित होने के लिए प्रयासरत होने लगी थीं।
ऐसी स्थिति में इस युग के शासकों ने अपने कुशल नेतृत्व में इन राज्यों पर अंकुश लगाते हुए तात्कालिक भारत की बिखरी शक्ति  को एकत्रित करने का प्रयास तथा शासन को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करते हुए अशांति एवं अराजकता का अंत करके अपने युग की महत्तम शक्ति कहलाने का गौरव प्राप्त किया।
प्रस्तुत पुस्तक गुप्तयुगीन प्रशासनिक इतिहास के समस्त संदर्भों की गहन विवेचना करती है। जिसे पढ़कर रोमांचित हुआ जा सकता है।
यह पुस्तक उन समस्त अध्येताओं के लिए ही मार्गदर्शक सिद्ध नहीं होगी। जिनकी अभिरुचि इतिहास को जानने, समझने और इस क्षेत्र में शोध करने की है, वरन् उन सामान्य जनों के लिए भी उपयोगी होगी जो ज्ञानार्जन एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के क्षेत्र में संलग्न हैं।'