Lokrin (Novel) / लोकऋण (उपन्यास)
Author
: Viveki Rai
Language
: Hindi
Book Type
: Text Book
Category
: Hindi Novels / Fiction / Stories
Publication Year
: 2018
ISBN
: 9789351460046
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: xii + 184 Pages, Size : Demy 21.5 x 13.5 Cm.
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'लोकऋणÓ को आद्यन्त पढ़ गया। देवऋण, ऋषिऋण, पितृऋण के वजन पर लोकऋण की कल्पना मुझे बहुत भायी। मैंने अपने एक-दो व्याख्यानों में इस शब्द का उपयोग भी कर लिया। गाँव के अतीत से जुड़े वर्तमान से लेकर सहृदय प्राध्यापक की द्वन्द्वग्रस्त मन:स्थिति आपने बहुत सहृदयतापूर्वक उपन्यास में उभारी है, राजनीतिक भ्रष्टïता का दुष्परिणाम ग्राम-जीवन को किस प्रकार कलुषित कर रहा है, स्वाधीनता के पहले की साहित्यिक-समाजिक संस्थाएँ अब किस प्रकार प्राणहीन होती जा रही हैं और भौतिक प्राचुर्य का प्रलोभन परिग्रह के पाश से किस प्रकार सांस्कृतिक चेतना का कंठरोध कर रहा है, यह सब आपके इस उपन्यास में शक्तिशाली ढंग से अंकित हुआ है। गाँव की इस बीहड़ राजनीति में हमलोग शहरी सड़ांध के बहुतेरे-तत्त्व देख सकते हैं। जोखिम उठाने से कतराते रहने के बावजूद अन्त में नायक का गाँव के भविष्य के साथ जुड़ जाने में संकल्प यदि आज के सदाशय नागरिक-ग्रामीणों के हृदय में प्रतिस्पन्दन जमा सके तो स्थिति सुधर जाये। किन्तु क्या ऐसा होगा?—विष्णुकान्त शास्त्री, पूर्व राज्यपाल, उत्तर प्रदेश