Janopnishad (Vyakti va Samaj ke Kashton va Nidansutron par Samvad) / जनोपनिषद (व्यक्ति व समाज के कष्टों व निदानसूत्रों पर संवाद)
Author
: Bharat Gandhi
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Sociology, Religion & Philosophy
Publication Year
: 2006
ISBN
: 8171244793
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: xii + 240 Pages, Size : Demy i.e. 22.5 x 14.5 Cm.
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'जनोपनिषदÓ सामाजिक कार्यकर्ता के संदर्भ में व्यक्ति व समाज के कष्टों व निदान सूत्रों पर संवाद है। सात खण्डों-देशप्रेम से वतन-प्रेम तक, समाजवाद से समाज-प्रबन्ध तक, आध्यात्मिक अर्थशास्त्र, आर्थिक लोकतंत्र, धमनिरपेक्षता से धर्मसमदर्शिता की ओर, आत्माओं का प्रज्ञान, दर्शन का विज्ञान-में प्रश्नोत्तर रुप में इस पुस्तक में देश और समाज की विभिन्न समस्याओं पर ग?भीरतापूर्वक विचार किया गया है।
देश विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है, लोकतंत्र भीड़ तंत्र और सत्ता तंत्र बन चुका है, अध्यात्म, धर्म, दर्शन जो इस देश की आत्मा है, लुप्त होते जा रहे हैं। ऐसे में ये विचारप्रेरक संवाद निश्चय ही प्रेरणा प्रदान करेंगे, सोचने को बाध्य करेंगे। इस रुप में यह जनता का उपनिषद् है।